आर्मी डे / भारतीय सेना में फील्ड मार्शल का होता है सबसे बड़ा पद, बैज से होती है पद की पहचान

फीचर डेस्क. देश के सैनिकों को सम्मानित करने के लिए हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस (आर्मी डे) मनाया जाता है। 1949 में इसी दिन तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल केएम करियप्पा ने जनरल सर फ्रांसिस बुचर से कमांडर-इन-चीफ की कमांड अपने हाथों में ली थी। 13 लाख से ज्यादा सैनिकों की क्षमता के साथ भारतीय सेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी थल सेना है। इंडियन आर्मी में शामिल होने के लिए हर साल लाखों कैंडीडेट्स जनरल ड्यूटी और हजारों कमीशंड रैंक्स के लिए अप्लाई करते हैं। इस साल भारतीय सेना 72वां सेना दिवस मना रही है। सेना दिवस सभी आर्मी कमांड हेडक्वार्टर में मनाया जाता है और सैनिकों को सम्मानित किया जाता है। भारतीय सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है और सुपरवार कंट्रीज जैसे यूएस, रसिया और चाइना को टक्कर देती है। 


अब तीनों सेनाओं के प्रमुख सीडीएस 
भारत सरकार ने जनरल बिपिन राव को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस (सीडीएस) नियुक्त किया है। सीडीएस तीनों सेनाओं के प्रमुख हैं। सेना के तीनों अंगों के बीच तालमेल के साथ ही उन्हें युद्ध के हालात में सिंगल प्वॉइंट आदेश जारी करने का भी अधिकार है। 


इंडियन आर्मी में फील्ड मार्शल का पद होता है सबसे बड़ा
इंडियन आर्मी में सबसे बड़ी रैंक फील्ड मार्शल की होती है और सबसे आखिरी पद सिपाही का होता है। फील्ड मार्शल के बाद जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल, मेजर जनरल, ब्रिगेडियर, कर्नल, लेफ्टिनेंट कर्नल, मेजर, कैप्टन, लेफ्टिनेंट, सुबेदार मेजर, सुबेदार, नायब सुबेदार, रेजिमेंटल हवलदार मेजर, हवलदार, नायक, लांस नायक और फिर सिपाही होते हैं। जानिए किसका क्या बैज होता है। इन बैज को देखकर ही आप सेना में किसी का भी पद जान सकते हैं।